आंदमान और निकोबार द्वीप समूह! बंगाल की खाड़ी और आंदमान सागर के बीच बसा एक अद्भुत द्वीप समूह! चलो, इस उष्णकटिबंधीय स्वर्ग में चलते हैं।

भूगोल और गठन:

आंदमान और निकोबार द्वीप समूह भारत का एक संघ शासित प्रदेश है, जिसमें कुल 836 द्वीप हैं। हालांकि, इनमें से केवल 31 द्वीप ही बसे हुए हैं।
इन द्वीपों को दो मुख्य समूहों में वर्गीकृत किया गया है: उत्तरी आंदमान द्वीप और दक्षिणी निकोबार द्वीप, जो 150 किमी (93 मील) चौड़े चैनल द्वारा अलग किए गए हैं।
इस क्षेत्र की राजधानी और सबसे बड़ा शहर पोर्ट ब्लेयर (आधिकारिक रूप से श्री विजयपुरम के रूप में जाना जाता है) है। यह मुख्यभूमि से लगभग 1,190 किमी (740 मील) चेन्नई और 1,255 किमी (780 मील) कोलकाता से स्थित है।
मजेदार तथ्य: आंदमान और निकोबार द्वीप समूह इंडोनेशिया और म्यांमार के करीब हैं, भारतीय मुख्यभूमि से नहीं!
प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता:

कल्पना कीजिए निर्दोष समुद्र तटों, हरे-भरे वर्षावनों और क्रिस्टल-स्पष्ट जल। हां, यही है आंदमान और निकोबार द्वीप समूह!
इन द्वीपों में शानदार कोरल रीफ हैं, जो स्नॉर्कलर्स और डाइवर्स के लिए स्वर्ग हैं।
वन्यजीव प्रेमियों को यह जानकर खुशी होगी कि ये द्वीप विशेष प्रजातियों जैसे डुगोंग (एक शांत समुद्री स्तनधारी), विभिन्न पक्षी प्रजातियों, और हरे-भरे वनस्पतियों का घर हैं।
ऐतिहासिक महत्व:

पोर्ट ब्लेयर में स्थित कुख्यात सेलुलर जेल भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई की एक दुखद यादगार है। इसे ब्रिटिशों ने राजनीतिक कैदियों को कैद में रखने के लिए उपयोग किया था।
आंदमान द्वीप भी 2004 के भूकंप के केंद्र से उत्तर में थे और कई आफ्टरशॉक्स का अनुभव किया।
द्वीपों की यात्रा और अन्वेषण:

हैवलॉक द्वीप (अब आधिकारिक रूप से स्वराज द्वीप) अवश्य देखें। इसकी राधानगर समुद्र तट को एशिया के सबसे अच्छे समुद्र तटों में से एक का दर्जा मिला है!
नील द्वीप (शहीद द्वीप) को न चूकें, जो अपनी शांति और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।
साहसिक प्रेमियों के लिए बारातांग द्वीप है, जहां आप चूना पत्थर की गुफाएं अन्वेषण कर सकते हैं और कीचड़ ज्वालामुखियों का अनुभव कर सकते हैं।
संस्कृतिक संबंध:

आंदमान द्वीप के स्वदेशी लोगों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। आनुवंशिक और सांस्कृतिक अध्ययन बताते हैं कि वे 30,000 वर्षों से अलग-थलग रहे हैं!
पश्चिम बंगाल के राज्य के साथ जनसांख्यिकीय संबंध द्वीप समूह की सांस्कृतिक ताने-बाने में एक दिलचस्प परत जोड़ता है।
तो, चाहे आप समुद्र तट पर सूर्यास्त का सपना देख रहे हों, पानी के नीचे के रोमांच का अनुभव कर रहे हों, या इतिहास में एक झलक पाना चाह रहे हों, आंदमान और निकोबार द्वीप समूह में सब कुछ है।
आंदमान और निकोबार द्वीप समूह! बंगाल की खाड़ी और आंदमान सागर के बीच बसा एक अद्भुत द्वीप समूह! चलो, इस उष्णकटिबंधीय स्वर्ग में चलते हैं। भूगोल और गठन: आंदमान और निकोबार द्वीप समूह भारत का एक संघ शासित प्रदेश है, जिसमें कुल 836 द्वीप हैं। हालांकि, इनमें से केवल 31 द्वीप ही बसे हुए हैं। इन द्वीपों को दो मुख्य समूहों में वर्गीकृत किया गया है: उत्तरी आंदमान द्वीप और दक्षिणी निकोबार द्वीप, जो 150 किमी (93 मील) चौड़े चैनल द्वारा अलग किए गए हैं। इस क्षेत्र की राजधानी और सबसे बड़ा शहर पोर्ट ब्लेयर (आधिकारिक रूप से श्री विजयपुरम के रूप में जाना जाता है) है। यह मुख्यभूमि से लगभग 1,190 किमी (740 मील) चेन्नई और 1,255 किमी (780 मील) कोलकाता से स्थित है। मजेदार तथ्य: आंदमान और निकोबार द्वीप समूह इंडोनेशिया और म्यांमार के करीब हैं, भारतीय मुख्यभूमि से नहीं! प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता: कल्पना कीजिए निर्दोष समुद्र तटों, हरे-भरे वर्षावनों और क्रिस्टल-स्पष्ट जल। हां, यही है आंदमान और निकोबार द्वीप समूह! इन द्वीपों में शानदार कोरल रीफ हैं, जो स्नॉर्कलर्स और डाइवर्स के लिए स्वर्ग हैं। वन्यजीव प्रेमियों को यह जानकर खुशी होगी कि ये द्वीप विशेष प्रजातियों जैसे डुगोंग (एक शांत समुद्री स्तनधारी), विभिन्न पक्षी प्रजातियों, और हरे-भरे वनस्पतियों का घर हैं। ऐतिहासिक महत्व: पोर्ट ब्लेयर में स्थित कुख्यात सेलुलर जेल भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई की एक दुखद यादगार है। इसे ब्रिटिशों ने राजनीतिक कैदियों को कैद में रखने के लिए उपयोग किया था। आंदमान द्वीप भी 2004 के भूकंप के केंद्र से उत्तर में थे और कई आफ्टरशॉक्स का अनुभव किया। द्वीपों की यात्रा और अन्वेषण: हैवलॉक द्वीप (अब आधिकारिक रूप से स्वराज द्वीप) अवश्य देखें। इसकी राधानगर समुद्र तट को एशिया के सबसे अच्छे समुद्र तटों में से एक का दर्जा मिला है! नील द्वीप (शहीद द्वीप) को न चूकें, जो अपनी शांति और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। साहसिक प्रेमियों के लिए बारातांग द्वीप है, जहां आप चूना पत्थर की गुफाएं अन्वेषण कर सकते हैं और कीचड़ ज्वालामुखियों का अनुभव कर सकते हैं। संस्कृतिक संबंध: आंदमान द्वीप के स्वदेशी लोगों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। आनुवंशिक और सांस्कृतिक अध्ययन बताते हैं कि वे 30,000 वर्षों से अलग-थलग रहे हैं! पश्चिम बंगाल के राज्य के साथ जनसांख्यिकीय संबंध द्वीप समूह की सांस्कृतिक ताने-बाने में एक दिलचस्प परत जोड़ता है। तो, चाहे आप समुद्र तट पर सूर्यास्त का सपना देख रहे हों, पानी के नीचे के रोमांच का अनुभव कर रहे हों, या इतिहास में एक झलक पाना चाह रहे हों, आंदमान और निकोबार द्वीप समूह में सब कुछ है।
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